Loose Motion: मानसून और गर्मी के मौसम में लूज मोशन यानी दस्त की समस्या से अधिकांश लोग प्रभावित होते हैं। अचानक दस्त होने पर कुछ सावधानियों का पालन करके स्थिति को गंभीर होने से बचाया जा सकता है।
Loose Motion: गर्मी और उमस के बाद बारिश की नमी के कारण वातावरण में बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं, जिससे लूज मोशन की समस्या बढ़ जाती है। इसमें थोड़ी सी भी लापरवाही करने पर स्थिति गंभीर हो सकती है। कई बार ऐसे समय पर तबीयत खराब हो जाती है, जब न तो दवा उपलब्ध होती है और न ही उसे लाने का समय। ऐसी स्थिति में मरीज की हालत गंभीर न हो, इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।
Loose Motion: दस्त क्या है?
Loose Motion: गुदा मार्ग से पानी जैसी बार-बार मल की निकासी को दस्त कहा जाता है। दस्त कई कारणों से हो सकता है, जिसमें मुख्य रूप से वात, पित्त और कफ दोष शामिल होते हैं। इनमें से विशेषतः वातदोष के असंतुलन से शरीर की पाचन क्रिया कमजोर हो जाती है। इस कारण से खाया हुआ खाना सही से पच नहीं पाता, और बिना पचा हुआ खाना पतला होकर बार-बार मल के रूप में निकलने लगता है। इस स्थिति में मल झागयुक्त और थोड़ी-थोड़ी मात्रा में हो सकता है।
Loose Motion: दस्त होने के कारण (Diarrhea or Loose Motion Causes in Hindi)
दस्त होने के कारण विभिन्न हो सकते हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- 1. अस्वस्थ्य भोजन या दूषित पानी का सेवन करने से पाचन क्रिया में संक्रमण (इंफेक्शन) हो जाता है, जिससे दस्त की समस्या उत्पन्न होती है।
- 2. रात का बचा हुआ बासी खाना खाने से भी दस्त हो सकती है।
- 3. बाहर की तैलीय वस्तुएं जैसे- समोसा, पिज्जा, बर्गर आदि तथा मैदा और बेसन से बनी चीजें अधिक मात्रा में खाने से दस्त की संभावना बढ़ जाती है।
- 4. मानसिक तनाव, शोक या भय के कारण भी दस्त हो सकती है।
- 5. मल को अधिक देर तक रोकने से भी दस्त हो सकती है।
- 6. दूषित मदिरा का सेवन करने से दस्त हो सकती है।
- 7. आवश्यकता से अधिक पानी पीने से भी दस्त हो सकता है।
- 8. अत्यधिक तेल और मसाले वाला खाना खाने से भी दस्त हो सकती है।
- 9. अधिक मात्रा में मीठी चीजों का सेवन करने से भी दस्त की समस्या हो सकती है।
यह विभिन्न कारण दस्त की समस्या का कारण बन सकते हैं, जिन्हें पहचानकर इनसे बचाव करना आवश्यक है।
Loose Motion: लूज़ मोशन रोकने के अन्य प्रभावी घरेलू उपचार
Loose Motion: नीचे दिए गए सरल घरेलू उपचारों का उपयोग कर आप बिना डॉक्टर के पास जाए दस्त की समस्या को दूर कर सकते हैं:
1. दही:
– दही में प्रोबायोटिक बैक्टीरिया की प्रचूरता होती है, जो पाचन तंत्र में हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ते हैं।
– दिनभर में दही का सेवन करने से डायरिया में राहत मिलती है और पाचन संबंधी समस्याएं नहीं होती।
2. छाछ:
– छाछ में लैक्टोबैसिलस नामक लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया होते हैं, जो हानिकारक और उपयोगी बैक्टीरिया के बीच संतुलन बनाए रखते हैं।
– प्रतिदिन एक बड़ा गिलास या दो छोटे गिलास छाछ लेने से प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है।
– अत्यधिक सेवन से सर्दी और बुखार की संभावना हो सकती है, इसलिए संतुलन बनाए रखें।
3. केफिर लाइम पत्तियां:
– थाई व्यंजनों में उपयोग की जाने वाली केफिर लाइम पत्तियों में प्रोबायोटिक और जीवाणुरोधी गुण होते हैं।
– यह स्टेफिलोकोकस बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करती हैं, जो भोजन की विषाक्तता और डायरिया के लिए जिम्मेदार होते हैं।
4. केला:
– केला खाने से लूज मोशन में आराम मिलता है, इसमें मौजूद स्टार्च लूज मोशन को रोकने का काम करता है।
– इलैक्ट्रोलाइट और अन्य पोषक तत्व शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं।
– संतरा, अंगूर जैसे विटामिन सी वाले फल भी फायदेमंद रहते हैं।
5. नींबू का रस:
– नींबू एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है, जो दर्दनाक आंतों को शांत करता है और सूजन कम करता है।
– नींबू के रस को धनिया, नमक, पुदीना के साथ मिलाकर पिया जा सकता है, जो पाचन में सुधार करता है।
6. अदरक:
– अदरक पेट की मांसपेशियों को शांत करता है और आंतों की परत को आराम देता है।
– अदरक की चाय या अदरक चबाने से पाचन में सुधार होता है और पेट के एंजाइम बढ़ते हैं।
7. कैमोमाइल टी:
– कैमोमाइल टी पेट में सूजन को कम करती है और पाचन तंत्र में सुधार करती है।
– इसमें एंटीस्पास्मोडिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पेट दर्द से राहत दिलाते हैं।
इनके अलावा, जीरे का पानी, अनार का जूस, हल्दी का पानी, सौंफ, शहद और पुदीना के पत्ते भी लूज मोशन के बढ़िया घरेलू उपाय हैं।
Loose Motion: लूज मोशन की समस्या में खानपान का रखें विशेष ध्यान
- मसालेदार और चटपटे भोजन से बचें: लूज मोशन की स्थिति में मसालेदार और चटपटे भोजन से दूर रहें। इसके बजाय, आप मूंग दाल की खिचड़ी के साथ दही का सेवन कर सकते हैं। यह हल्का और पाचन में आसान होता है।
- गैस और एसिडिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों से परहेज करें: ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन न करें, जिनसे गैस और एसिडिटी की समस्या होती है। इनमें काले चने, राजमा, छोले और मैदा से बने खाद्य पदार्थ शामिल हैं।
- दही और चावल का सेवन करें: दस्त की समस्या में दही और चावल का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। यह कॉम्बिनेशन पेट के लिए बहुत हेल्दी रहता है और पाचन तंत्र को शांत करता है।
- शरीर में पानी की कमी न होने दें: लूज मोशन के दौरान शरीर में पानी की कमी न होने दें, क्योंकि इससे डिहाइड्रेशन का जोखिम बढ़ जाता है। खूब सारा पानी पीएं और तरल पदार्थों का सेवन करें।
- इलेक्ट्रॉल पाउडर का सेवन करें: दस्त की समस्या में इलेक्ट्रॉल पाउडर का सेवन काफी लाभकारी होता है। एक लीटर पानी में एक पाउच इलेक्ट्रॉल पाउडर मिलाकर पिएं। यह शरीर में खोए हुए इलेक्ट्रोलाइट्स को पुनः स्थापित करने में मदद करता है।
- फलों का सेवन करें: दस्त के दौरान केला, सेब और पपीता जैसे फलों का सेवन करें। ये फल पेट को शांत करने में मदद करते हैं और शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं।
- तली-भुनी चीजों से बचें: तली-भुनी और भारी भोजन से बचें, क्योंकि यह पाचन तंत्र पर अतिरिक्त भार डालता है और स्थिति को खराब कर सकता है।
- हल्की सब्जियों का सेवन करें: हल्की और पचने में आसान सब्जियों का सेवन करें जैसे कि लौकी, तोरी और पालक। ये सब्जियाँ शरीर को आवश्यक पोषक तत्व और हाइड्रेशन प्रदान करती हैं।
Loose Motion: इन बातों का ध्यान रखने से लूज मोशन की समस्या में राहत मिल सकती है और आपका पाचन तंत्र स्वस्थ बना रह सकता है।
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