Gas and bloating: क्या है पेट में गैस बनने का कारण और कैसे पाएं राहत?

Gas and bloating: पेट में गैस होना क्या है?

Gas and bloating: पाचन क्रिया के दौरान हाइड्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड और मिथेन गैस का निर्माण होता है, जो पेट में गैस या एसिडिटी का कारण बनता है। जठराग्नि की कमजोरी से मल, वात आदि रोग उत्पन्न होते हैं, जिससे अन्य कई रोग भी हो सकते हैं। मल की अधिकता से जठराग्नि कमजोर हो जाती है।

Gas and bloating:
Gas and bloating: क्या है पेट में गैस बनने का कारण और कैसे पाएं राहत?

सही पाचन नहीं होने पर अपान वायु और प्राण वायु बाहर नहीं निकल पाती हैं। आयुर्वेद के अनुसार, वात, पित्त, कफ को संतुलित करके पेट में गैस की समस्या को ठीक किया जा सकता है। इसके लिए जौ, मूँग, दूध, आसव, मधु आदि का सेवन करना चाहिए।

Gas and bloating: गैस्ट्रिक समस्या के कारण, लक्षण और उपचार

Gas and bloating: गैस्ट्रिक समस्याएं अचानक उत्पन्न हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, यात्रा के दौरान या जंक फूड के सेवन से गैस्ट्रिक समस्या हो सकती है। यह पाचन तंत्र में गैस बनने का सामान्य हिस्सा है। डकार लेना या फ्लैटस (गैस निकालना) पूरी तरह सामान्य है, हालांकि कभी-कभी यह अनुचित प्रतीत हो सकता है। भोजन की मात्रा बढ़ाने या खाने की आदतों में बदलाव से भी गैस्ट्रिक समस्याएं हो सकती हैं। जल्दी-जल्दी और ज्यादा खाने से पेट में गैस बनती है। खाने को अच्छे से चबाकर और ज्यादा खाने से बचकर इस समस्या से बचा जा सकता है।

Gas and bloating: गैस के मुख्य कारण

Gas and bloating
Gas and bloating: गैस के मुख्य कारण

Gas and bloating: पेट में गैस मुख्य रूप से खाने या पीते समय हवा निगलने के कारण होती है। डकार के माध्यम से पेट की अधिकांश गैस बाहर निकलती है।

  • किण्वन प्रक्रिया: बड़ी आंत में गैस तब बनती है जब बैक्टीरिया कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कुछ स्टार्च और शुगर को किण्वित करते हैं।
  • कब्ज और जी.ई.आर.डी.: कब्ज और गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (जीईआरडी) भी गैस का कारण बनते हैं। जीईआरडी में पेट का एसिड बार-बार मुंह और पेट को जोड़ने वाली नली में वापस आता है।
  • इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS): यह छोटी आंत में बैक्टीरिया की अधिकता से गैस उत्पन्न करता है, जिससे पेट में दर्द, सूजन और बेचैनी होती है।
  • पथरी: पेट में पथरी भी गैस का कारण बन सकती है, जिसमें अल्ट्रासाउंड की जरूरत होती है।
  • उच्च कार्बोहाइड्रेट डाइट: हाई कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थ जैसे ओट्स, केला, शकरकंद, संतरा और रोटी को सही तरीके से चबाकर खाना चाहिए और बाद में एक्सरसाइज करनी चाहिए।
  • हाई फ्रुक्टोज फूड्स: उच्च फ्रुक्टोज वाले फूड्स जैसे सेब, अंगूर, तरबूज से गैस बनती है।
  • प्रोसेस्ड फूड्स: पैकेज्ड फूड्स, ब्रेड, स्नैक्स, अनाज और चॉकलेट जैसे प्रोसेस्ड फूड्स में फ्रुक्टोज और लैक्टोज होते हैं, जो गैस बनाते हैं।
  • लैक्टोज वाले फूड्स: लैक्टोज असहिष्णुता वाले लोगों को दूध से बनी चीजों से गैस होती है।
  • कार्बोनेटेड ड्रिंक्स: कोल्ड ड्रिंक में कार्बन डाइऑक्साइड गैस होती है, जो पेट में गैस बनाती है।
  •  स्मोकिंग: सिगरेट का धुआं पेट और आंतों में गैस बनाता है।
  • अघुलनशील फाइबर: बीन्स, पत्तागोभी, ब्रोकली और दालों का सेवन गैस उत्पन्न करता है।
  • तेजी से खाना या पीना: तेजी से खाने या पीने से हवा निगलने की समस्या होती है, जिससे पेट में गैस बनती है।

Gas and bloating: गैस्ट्रिक समस्याओं का समाधान

1. धीरे-धीरे खाना: खाना चबाकर और आराम से खाने से गैस बनने की समस्या कम होती है।

2. प्रोसेस्ड फूड्स से बचाव:  प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन कम करें और ताजे, प्राकृतिक खाद्य पदार्थ खाएं।

3. एक्सरसाइज: खाने के बाद हल्की एक्सरसाइज करने से पाचन में मदद मिलती है।

4. हाइड्रेटेड रहें:  पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से पाचन सही रहता है।

5. धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान से बचें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।

6. आयुर्वेदिक उपाय: जौ, मूँग, दूध, आसव, मधु आदि का सेवन करें।

7. गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट से सलाह: गंभीर समस्याओं के लिए विशेषज्ञ से परामर्श लें।

Gas and bloating: पेट गैस से छुटकारा दिलाने में रामबाण से कम नहीं ये घरेलू उपाय

1. छाछ का सेवन करें: छाछ पेट को ठंडक प्रदान करती है और पाचन को सुधारती है।

2. केले का सेवन करें: गैस बनने पर केला खाने से तुरंत राहत मिलती है।

3. सेब का सिरका: सेब का सिरका गैस को कम करने में मदद करता है, इसे पानी में मिलाकर पिएं।

4. खाने में लौंग का उपयोग करें: लौंग पाचन को सुधारती है और गैस को कम करती है।

5. भुने हुए जीरे का पानी पिएं: भुने हुए जीरे को पानी में मिलाकर पीने से गैस में राहत मिलती है।

6. दालचीनी की चाय: दालचीनी की चाय पीने से पेट की गैस दूर होती है।

7. गरम पानी के साथ तुलसी के पत्ते: तुलसी के पत्तों को गरम पानी के साथ लेने से गैस में राहत मिलती है।

निष्कर्ष

पेट में गैस एक सामान्य लेकिन असहज समस्या हो सकती है। उचित खानपान, स्वस्थ जीवनशैली और कुछ आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर इसे नियंत्रित किया जा सकता है। समय पर चिकित्सीय परामर्श से गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है। इस प्रकार, गैस्ट्रिक समस्याओं के कारणों को पहचानकर और उचित उपायों को अपनाकर इस समस्या से राहत पाई जा सकती है।

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