OCD: क्या बार-बार हाथ धोना भी है OCD? जानें यहाँ !

OCD: कुछ लोगों को किसी काम या आदत की धुन इस कदर सवार हो जाती है कि वह सनक बनकर बीमारी का रूप ले लेती है, जिससे उनकी जिंदगी पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे लोग ऑब्सेसिव कंप्लसिव डिसॉर्डर (ओसीडी) से पीड़ित होते हैं।

OCD
OCD: क्या बार-बार हाथ धोना भी है OCD? जानें यहाँ !

समस्या यह है कि ज्यादातर लोग इसे स्वीकारने को तैयार नहीं होते कि उन्हें ऐसी कोई परेशानी है। हालांकि, यदि वे इस वास्तविकता को स्वीकार कर लें, तो इसका इलाज काफी आसान हो सकता है।

 तो आइये जानते है कि ये OCD क्या है ?

OCD: ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसॉर्डर (OCD) क्या है?

OCD: ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसॉर्डर (OCD) एक मानसिक बीमारी है जिसमें दो मुख्य लक्षण होते हैं:

1. ऑब्सेशन (सनक): ये ऐसे विचार या भावनाएं होते हैं जो बार-बार मन में आते हैं और इन्हें नियंत्रित करना मुश्किल होता है। ये विचार अवांछित, परेशान करने वाले और तर्कहीन हो सकते हैं।

2. कम्पल्शन (मजबूरी): ये दोहराए जाने वाले व्यवहार या मानसिक क्रियाएं हैं जो व्यक्ति को ऑब्सेशन से राहत पाने में मदद करती हैं।

उदाहरण के लिए, किसी व्यक्ति को बार-बार यह विचार आ सकता है कि उसके हाथ गंदे हैं (ऑब्सेशन)। इस विचार से परेशान होकर, वह बार-बार हाथ धोने लगता है (कम्पल्शन)।

OCD से ग्रस्त व्यक्ति को अक्सर यह एहसास होता है कि उनके विचार और व्यवहार तर्कहीन हैं, लेकिन वे उन्हें रोकने में असमर्थ होते हैं।

यह बीमारी व्यक्ति के दैनिक जीवन, काम, रिश्तों और सामाजिक जीवन को काफी हद तक प्रभावित कर सकती है।

 OCD: ओसीडी का अनुभव कैसा होता है?

OCD: ओसीडी (Obsessive-Compulsive Disorder) या जुनूनी-बाध्यकारी विकार, एक मानसिक विकार है जो व्यक्ति को अवांछित विचारों (जुनून) और दोहराए जाने वाले व्यवहारों (बाध्यता) में फंसा देता है।

ओसीडी के तीन मुख्य घटक हैं:

1. जुनून (Obsessions): ये अवांछित विचार, भावनाएं या छवियां हैं जो बार-बार व्यक्ति के मन में आती हैं। ये विचार परेशान करने वाले, डरावने या अतार्किक हो सकते हैं।

2. चिंता (Anxiety): जुनूनों के कारण व्यक्ति अत्यधिक चिंता, तनाव और भय का अनुभव करता है।

3. बाध्यताएं (Compulsions): जुनूनों से उत्पन्न होने वाली चिंता को कम करने के लिए व्यक्ति बार-बार कुछ विशिष्ट कार्य करता है। ये कार्य अतार्किक लग सकते हैं, लेकिन व्यक्ति को ऐसा लगता है कि इन्हें करने से ही उसे राहत मिलेगी।

ओसीडी का अनुभव हर व्यक्ति के लिए अलग होता है:

  • कुछ लोगों में जुनून गंभीर और डरावने हो सकते हैं, जबकि अन्य में वे हल्के और क्षणभंगुर हो सकते हैं।
  • कुछ लोगों को बाध्यताएं बार-बार करने की तीव्र इच्छा होती है, जबकि अन्य कम तीव्रता से अनुभव करते हैं।
  • ओसीडी के लक्षण समय के साथ बदल सकते हैं, कभी-कभी कम हो जाते हैं तो कभी बढ़ जाते हैं।

OCD: (ओसीडी) के लक्षण

OCD
OCD: (ओसीडी) के लक्षण

जुनूनी विचार:

  • बार-बार एक ही विचार आना
  • अवांछित विचार, छवियां या भावनाएं जो परेशान करती हैं
  • हिंसक, यौन या घृणित विचार जो डरावने लगते हैं

बाध्यकारी व्यवहार:

  • बार-बार हाथ धोना, नहाना या सफाई करना
  • चीजों को व्यवस्थित या सममित रखने की आवश्यकता
  • बार-बार जांचने की ज़रूरत (जैसे दरवाजे बंद हैं या नहीं, गैस बंद है या नहीं)
  • मानसिक अनुष्ठान या प्रार्थनाएं करना
  • अनावश्यक वस्तुओं का संग्रह करना
  • अत्यधिक धीमी गति से गतिविधियां करना

अन्य लक्षण:

  • चिंता, भय या घबराहट
  • अवसाद
  • अनिद्रा
  • एकाग्रता में कठिनाई
  • सामाजिक अलगाव
  • आत्म-हानि या दूसरों को नुकसान पहुंचाने का विचार

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है:

  • सभी में ओसीडी के समान लक्षण नहीं होते हैं।
  • ओसीडी की गंभीरता व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकती है।
  • यदि आपको लगता है कि आपको ओसीडी हो सकता है, तो डॉक्टर या मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

OCD: ओसीडी से कैसे उबरें?

पेशेवर मदद लेना:

  • यदि आपको लगता है कि आपको ओसीडी हो सकता है, तो सबसे पहले डॉक्टर या मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से मिलना महत्वपूर्ण है।
  • वे आपके लक्षणों का आकलन कर सकेंगे और आपको उचित उपचार योजना प्रदान कर सकेंगे।
  • उपचार में आमतौर पर थेरेपी और/या दवाएं शामिल होती हैं।

खुद की मदद करना:

  • आप कुछ चीजें खुद भी कर सकते हैं जो आपके ओसीडी लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद कर सकती हैं:
  • अपने विचारों को चुनौती दें: जब आपके पास कोई जुनूनी विचार आए, तो उनका विश्लेषण करें और देखें कि क्या वे वास्तव में सत्य हैं।
  • अपने व्यवहारों को उजागर करें: धीरे-धीरे उन व्यवहारों से बचें जो आपके जुनून को कम करते हैं।
  • स्वस्थ आदतों का अभ्यास करें: पर्याप्त नींद लें, नियमित रूप से व्यायाम करें और स्वस्थ भोजन खाएं।
  • तनाव प्रबंधन तकनीकों का अभ्यास करें: योग, ध्यान या गहरी सांस लेने के व्यायाम तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।

समर्थन प्राप्त करें:

  • अपने परिवार और दोस्तों से बात करें कि आप क्या कर रहे हैं।
  • आप एक सहायता समूह में भी शामिल हो सकते हैं जहाँ आप अन्य लोगों से जुड़ सकते हैं जो ओसीडी से जूझ रहे हैं।

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि ओसीडी एक गंभीर मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है। यदि आप लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो पेशेवर मदद लेना महत्वपूर्ण है।

OCD: यह भी ध्यान रखें कि उपरोक्त जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसे चिकित्सा सलाह के विकल्प के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

Read More: क्या आपको भी होता है ऐसा सिरदर्द! जानिए कहीं ये माइग्रेन तो नही?

One comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *